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मूलाधार का सक्रियण

Updated: Jul 11, 2020

6.7.2015

प्रश्‍न: सर .. मूलाधार चक्र में आज्ञा और तुरिया के तरह कंपन नहीं है। हम हमेशा स्पर्श के लिए गुरु पर निर्भर नहीं रह सकते। हम खुद को छू सकते हैं लेकिन यह बाधा भी है। मूलाधार चक्र या किसी अन्य चक्र में कंपन को आसानी से कैसे प्राप्त करें और लाभ उठाएं?


उत्तर: चक्र का अर्थ है ऊर्जा केंद्र। जो संचलन में है वही ऊर्जा। संचलन को कंपन के रूप में माना जाता है। चक्रों में कंपन महसूस करने के दो तरीके हैं।


1. मन की आवृत्ति के अनुसार ऊर्जा को बढ़ाया जाना चाहिए।


2. मानसिक आवृत्ति ऊर्जा की गतिज अवस्था में कम होनी चाहिए।


मानसिक आवृत्ति आमतौर पर अधिक होती है। ऊर्जा का कंपन सूक्ष्म है। प्रारंभिक अवस्था में मानसिक आवृत्ति को सूक्ष्म अवस्था तक कम करना मुश्किल है। इसलिए आपको ऊर्जा में तेजी लाने की आवश्यकता है ताकि कंपन आसानी से महसूस किया जा सके।


यदि आप ध्यान से पहले व्यायाम, आसन, प्राणायाम, मुद्रा और बंध का अभ्यास करते हैं, तो ऊर्जा में तेजी आएगी। रोजाना सभी अभ्यास करने की आवश्यकता नहीं है। कुछ ऐसे व्यायाम चुनें जो आपके लिए सही हों और ध्यान करने से पहले कुछ मिनटों के लिए अभ्यास करें। तब आप कंपन को महसूस करेंगे।


जब आप एक उन्नत ध्यान साधक बन जाते हैं, तो आप इन अभ्यासों के बिना कंपन महसूस करेंगे। ऐसा इसलिए है क्योंकि आप आपके मन को सूक्ष्मता में जाने के लिए प्रशिक्षित किया है। तब तक, ध्यान करने से पहले इन तकनीकों का अभ्यास करें।


सुप्रभात .... अपने मन को सूक्ष्मता में ले जाने के लिए प्रशिक्षित करें... 💐


वेंकटेश - बैंगलोर

(9342209728)


यशस्वी भव

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