20.5.2015
रश्न: सर, प्यार इतना दर्दनाक क्यों है?
उत्तर: जब आप किसी से प्यार करते हैं, तो आप उस व्यक्ति में निहित होते हैं, और वह व्यक्ति आप में निहित होता है। प्रेम संचित ऊर्जा है। यह अहंकार को छेदता है और सभी के भीतर जड़ लेता है। तो उस व्यक्ति में कोई भी परिवर्तन आपको प्रभावित करेगा। आपमें कोई भी परिवर्तन उस व्यक्ति को प्रभावित करेगा। प्रेम बहुत जीवंत है। इसीलिए जब प्यार करते हैं तो पहले से ज्यादा खुश रहते हैं।
जब आप प्यार से अलग हो जाते हैं, तो यह बहुत दर्दनाक हो सकता है। प्यार जितना गहरा होता है, दर्द भी उतना ही बड़ा होता है। आप अधिक दर्द महसूस करेंगे क्योंकि आप अब अधिक जीवंत और अधिक संवेदनशील हैं। इससे भागने की कोशिश मत करो। दर्द में रहना। क्योंकि यह आपको एक और आयाम दिखाता है। आपका जीवन अब अधिक मूल्यवान है। क्योंकि आपने प्रेम को चखा है।
अपनी ऊर्जा को अटकने न दें। अपनी ऊर्जा को बहते रहने दें। यह केवल शुरुआत है, अंत नहीं। उस व्यक्ति को धन्यवाद कहें, जिसने आप में प्रेम का द्वार खोला है। किसी पार्क में जाओ। सुंदर फूलों, पेड़ों को देखें और पक्षियों के अद्भुत गीतों को सुनें। उन में निहित हो। धीरे-धीरे आप अपने चेतना के गहरे हिस्से में जड़ें जमाने लगेंगे। ध्यान आपको अपने स्रोत में जड़ बनाने में मदद करेगा।
सुप्रभात ... जीवन के एक और आयाम को स्वीकार करने के लिए तैयार रहें .... 💐
वेंकटेश - बैंगलोर
(9342209728)
यशस्वी भव
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