5.5.2016
प्रश्न: सर, कैसे जीना है, कैसे प्यार करना है, कैसे सेवा करना है, कैसे इस दुनिया को छोड़ना है?
उत्तर: अपने लिए जियो। दूसरों की टिप्पणियों के बारे में परेशान मत करो। दूसरों के साथ अपनी तुलना मत करो। और किसी को चोट मत पहुंचाओ। बिना किसी अपेक्षा के सभी से प्यार करो। इसे अपने जीवन के अंतिम क्षण के रूप में गिनें और अपने प्यार का इजहार करें। प्यार को अपने अहंकार को पिघलाने दो। अपने प्यार को दूसरों की आत्माओं में घुसने दें।
आपकी मदद के लिए पूछने से पहले जरूरतमंद लोगों की सेवा करें। प्रसिद्धि के लिए नहीं, बल्कि इस भावना के साथ सेवा करें कि आपके अस्तित्व का एक हिस्सा पीड़ित है। आपकी सेवा आपमें करुणा का विकास करे। कुल संतोष के साथ अपने शरीर को छोड़ दें। ऐसा कुछ भी नहीं होना चाहिए जो अधूरी हो। शरीर छोड़ो और हर जगह मौजूद हो।
सुप्रभात ... जियो, प्यार करो, सेवा करो और छोड़ो।..💐
वेंकटेश - बैंगलोर
(9342209728)
यशस्वी भव
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